tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post1188666002527638991..comments2024-01-12T01:09:22.444+05:30Comments on All India Bloggers' Association<br>ऑल इंडिया ब्लॉगर्स एसोसियेशन: डा. दिव्या श्रीवास्तव जी अपने ब्लॉग ‘ज़ील‘ पर शायद अब और न लिखेंगी,Saleem Khanhttp://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-1684322062884357072011-10-25T08:34:36.515+05:302011-10-25T08:34:36.515+05:30बिल्कुल सही कहा भाईजान आपने। १०० फ़ीस्दी पुख्ता।बिल्कुल सही कहा भाईजान आपने। १०० फ़ीस्दी पुख्ता।किलर झपाटाhttps://www.blogger.com/profile/07325715774314153336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-89220683357250274352011-09-20T21:15:02.013+05:302011-09-20T21:15:02.013+05:30औरत चाहे अपने को कितना भी ' आयरन लेडी ' लि...औरत चाहे अपने को कितना भी ' आयरन लेडी ' लिख ले , फिर भी उसका दिल होता है मोम जैसा । <br />डॉ. श्रीअनवर जमाल जी नारी का दिल मोम जैसा होता है तभी वह अपने प्रति किये गये अपमान को भी सहन कर जाती है , यदि वह सच में अपने ' आयरन लेडी ' वाले रूप में आ जाये तो कटाक्ष व व्यंगात्मक लेखों द्वारा उसका अपमान करने वाले दुष्टों का वह काल बन जाती है । <br />आदरणीया दिव्या दीदी सच में आयरन लेडी है । उन्होंने सन्यास की घोषणा की है , पलायन की नहीं । सन्यास का अर्थ तो समझ लो , सन = स्थित होना और न्यास का अर्थ होता है = अपने केन्द्र में अर्थात अपने केन्द्र में स्थित होने को सन्यास कहते है । हमें विश्वास है कि हमारी दिव्या दीदी सन्यास में स्थित होकर अर्थात अपने शक्तियों को एकाग्र कर अपने दिव्य लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमारे बीच में अवश्य आयेगी ।Bharat Swabhiman Dalhttps://www.blogger.com/profile/03272508118112772215noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-24669292508938036082011-09-20T21:14:11.598+05:302011-09-20T21:14:11.598+05:30औरत चाहे अपने को कितना भी ' आयरन लेडी ' लि...औरत चाहे अपने को कितना भी ' आयरन लेडी ' लिख ले , फिर भी उसका दिल होता है मोम जैसा । <br />डॉ. श्रीअनवर जमाल जी नारी का दिल मोम जैसा होता है तभी वह अपने प्रति किये गये अपमान को भी सहन कर जाती है , यदि वह सच में अपने ' आयरन लेडी ' वाले रूप में आ जाये तो कटाक्ष व व्यंगात्मक लेखों द्वारा उसका अपमान करने वाले दुष्टों का वह काल बन जाती है । <br />आदरणीया दिव्या दीदी सच में आयरन लेडी है । उन्होंने सन्यास की घोषणा की है , पलायन की नहीं । सन्यास का अर्थ तो समझ लो , सन = स्थित होना और न्यास का अर्थ होता है = अपने केन्द्र में अर्थात अपने केन्द्र में स्थित होने को सन्यास कहते है । हमें विश्वास है कि हमारी दिव्या दीदी सन्यास में स्थित होकर अर्थात अपने शक्तियों को एकाग्र कर अपने दिव्य लक्ष्य को पूरा करने के लिए हमारे बीच में अवश्य आयेगी ।Bharat Swabhiman Dalhttps://www.blogger.com/profile/03272508118112772215noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-62766889417251570992011-09-20T07:55:34.091+05:302011-09-20T07:55:34.091+05:30nhin bhaai aesaa nhin honaa chaahiye ghr privar me...nhin bhaai aesaa nhin honaa chaahiye ghr privar me gltiyaan to hoti hi hai sulh sfaayi bhi hoti rhti hai yun ruthh kr nhin betha jata hai .akhtar khan akela kota rajsthanआपका अख्तर खान अकेलाhttps://www.blogger.com/profile/13961090452499115999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-45009551526016824562011-09-19T21:44:19.310+05:302011-09-19T21:44:19.310+05:30ब्लॉग जगत के लिए यह एक बुरी खबर हैब्लॉग जगत के लिए यह एक बुरी खबर हैदिलबागसिंह विर्कhttps://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.com