tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post2632347799664909969..comments2024-01-12T01:09:22.444+05:30Comments on All India Bloggers' Association<br>ऑल इंडिया ब्लॉगर्स एसोसियेशन: भाषा कट्टरवाद छोड़िए !Saleem Khanhttp://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-71703752686016621302011-02-13T18:41:32.137+05:302011-02-13T18:41:32.137+05:30अर्बिंन्दो घोष, नेहरू, गांधी, अमार्तय सेन और अबुल ...अर्बिंन्दो घोष, नेहरू, गांधी, अमार्तय सेन और अबुल कलाम की ---ये सब लोग तो गुलाम भारत में पैदा हुए ,बढे व जिये.....यदि ये लोग हिन्दी में लिखते तो आज भारत व हिन्दी दोनों ही काफ़ी आगे होतीं...<br />---अन्ग्रेज़ी की बुराई कौन करता है--प्रश्न तो स्वभाषा में बच्चों को लिखाने -पढाने का है ताकि वे आसानी से वास्तविक ग्यान प्राप्त कर सकें न कि अन्ग्रेज़ी में रट कर थोपा हुआ ग्यान.......<br />---और अनिता देसाई आदि लेखक यदि हिन्दी मेम लिखते उन्हें देश के १०० प्रतिशत लोग पढ सकते , अब सिर्फ़ २% ही पढ पायें गे , क्या फ़ायदा एसी पुस्तकों का---सिर्फ़ अपने व्यक्तिगत लाभ व नाम के लिये...या सिर्फ़ इन्डियन पढे हिन्दुस्तानी नहीं..ताकि उनके ग्यान की पोल न खुले... shyam guptahttps://www.blogger.com/profile/11911265893162938566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-27511699887050334822011-02-13T13:16:56.791+05:302011-02-13T13:16:56.791+05:30SAHI KAHA!SAHI KAHA!Saleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-83790449955535846292011-02-13T12:46:01.451+05:302011-02-13T12:46:01.451+05:30अपनी भाषा के प्रति सभी संवेदनशील होते हैं लेकिन दू...अपनी भाषा के प्रति सभी संवेदनशील होते हैं लेकिन दूसरी भाषा का तिरस्कार भी कोई उचित नहीं है. हिंदी के माध्यम से हम अंग्रेजी साहित्य और शोधों तक पहुँच सकें और उनको अपने जनसामान्य के लिए उपलब्ध करा सकें इस बात के लिए एक स्वीकारोक्ति है 'मशीन अनुवाद' . वैश्विक भाषा को हम अपनी क्षेत्रीय भाषा में अनुवाद करने के लिए प्रयत्नशील है. ये प्रयास दो भाषाओं के बीच में दरार को भरने के लिए पर्याप्त है.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.com