tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post5545670834786425322..comments2024-01-12T01:09:22.444+05:30Comments on All India Bloggers' Association<br>ऑल इंडिया ब्लॉगर्स एसोसियेशन: निम्बू की रचनाSaleem Khanhttp://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-10050980661424264382011-03-11T15:22:01.858+05:302011-03-11T15:22:01.858+05:30@ निम्बेकर जी ! आप जिस भी स्वाद को पसंद करती हैं व...@ निम्बेकर जी ! आप जिस भी स्वाद को पसंद करती हैं वही स्वाद आपको दिया जाएगा बस एक बार हमारे घर पधारिये। हमने अपनी ख़ानम साहिबा को हिंदी पत्रिका 'मेरी सहेली' के पाक कला संबंधी 8 अंक लाकर दिए हैं तभी से रोज़ वे एक नई डिश पकाकर हमें खिला रही हैं । अगर न आ सकें तो आप पत्रिकाएं ज़रूर खरीद लीजिएगा , सचमुच अच्छी हैं ।DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-63715380552564105072011-03-11T14:53:27.353+05:302011-03-11T14:53:27.353+05:30सलीम ख़ान जी !
आपका शुक्रिया ।
कृप्या आप मेरा ब्लॉ...सलीम ख़ान जी !<br />आपका शुक्रिया ।<br />कृप्या आप मेरा ब्लॉग<br />http://nimhem.blogspot.com/<br />भी देखिएगा !Hema Nimbekarhttps://www.blogger.com/profile/01592617559632841306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-60123661705332514812011-03-10T23:42:43.324+05:302011-03-10T23:42:43.324+05:30nimbekar jee ki nimbu oar rachna bahut achchhinimbekar jee ki nimbu oar rachna bahut achchhiSaleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-14499011362356011102011-03-10T20:03:09.006+05:302011-03-10T20:03:09.006+05:30हा हा हा हा ही ही ही.....हाँ बिलकुल सही.....शायद इ...हा हा हा हा ही ही ही.....हाँ बिलकुल सही.....शायद इसीलिए मुझे खट्टा स्वाद कुछ ज्यादा ही पसंद है...चाट, भल्ले, पपड़ी या फिर गोल गप्पे खूब खाती हूँ मैं...<br /><br />यह कविता मैंने स्कूल टाइम पे लिखी थी.. उस टाइम ही मुझे खट्टा खाना पसंद है...बस एक दिन इस्सी स्वाद के बारे में सोचते हुए लिख दी यह कविता....<br /><br />अब मैं बस इसे पढकर खूब जोरो से हँसती हूँ....यह मेरी पहली कविता थी..इसीलिए सोचा पोस्ट कर दूं...Hema Nimbekarhttps://www.blogger.com/profile/01592617559632841306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-66553706735879435012011-03-10T18:44:55.754+05:302011-03-10T18:44:55.754+05:30@ निम्बेकर जी ! आपके नाम में भी क्या निम्बू का कुछ...@ निम्बेकर जी ! आपके नाम में भी क्या निम्बू का कुछ अंश मौजूद नहीं है ?DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.com