tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post5547460857124256305..comments2024-01-12T01:09:22.444+05:30Comments on All India Bloggers' Association<br>ऑल इंडिया ब्लॉगर्स एसोसियेशन: ज़्यादा पाने की चाहत में ज़मीर की मौतSaleem Khanhttp://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-79569623810117591952011-03-10T18:51:02.839+05:302011-03-10T18:51:02.839+05:30@ जनाब मासूम साहब ! हक़ीक़त यही है किहमें हमारे बु...@ जनाब मासूम साहब ! हक़ीक़त यही है किहमें हमारे बुजुर्गों ने सिखाया था कि ऐश ओ इशरत से बचना ताकि तुम्हारा ज़मीर जिंदा रहे लेकिन हमने ऐश ओ इशरत और दौलत कि ज़्यादती के लालच में अपने ज़मीर का गला घोंट डाला है .<br />शुक्रिया कि आपको लेख पसंद आया , सब आपके ही बुजुर्गों की इनायत है .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-6085050983809299972011-03-10T17:10:58.675+05:302011-03-10T17:10:58.675+05:30ज़्यादती की इसी चाहत में आज इंसान ने अपने ज़मीर , ...ज़्यादती की इसी चाहत में आज इंसान ने अपने ज़मीर , अपनी ग़ैरत और अपनी हया का गला ख़ुद अपने हाथों से घोंट डाला है ,<br />.<br /><br />एक अच्छा लेख.एस एम् मासूमhttps://www.blogger.com/profile/02575970491265356952noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-69957258433581555822011-03-10T14:25:34.220+05:302011-03-10T14:25:34.220+05:30@ हेमा जी ! आपने सच्ची बात को बिना किसी हिचक के स्...@ हेमा जी ! आपने सच्ची बात को बिना किसी हिचक के स्वीकार कर लिया , यह गुण भी आज दुर्लभ हो चुका है । <br />आपका शुक्रिया । <br />कृप्या आप मेरा ब्लॉग <br />pyarimaan.blogspot.com<br />भी देखिएगा !DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-70211942428266316612011-03-10T12:58:58.019+05:302011-03-10T12:58:58.019+05:30बिलकुल सही अनवर साहब आजकल हर किसी को हर चीज़ चाहिए...बिलकुल सही अनवर साहब आजकल हर किसी को हर चीज़ चाहिए, रोटी -कपडा और मकान तो है ही उसके इलावा गाडी, पैसा, यश(fame), रयीशी(luxury) ठाठ-बाट से भी संतुष्ठी नहीं होती ..<br />सफलता पाना अच्छी बात है उसे पाने की भाग दौड़ भी सही है सफलता पाने का लालच भी ठीक है...<br /><br />मगर सफलता को छोड़ आजकल सब सफलता के फायदे(side benefits), सफलता के साथ मिलने वाली हर-सब्ज बाग़ के पीछे है....<br /><br />आजकल पैसा ही भगवान् है...उसके आगे आत्मसम्मान और ज़मीर कुछ भी नहीं...<br /><br />बहुत सुन्दरता से आपने आत्मा की वाणी को वयक्त किया है...इस सुदर लेख की आपको बहुत बहुत बधाई!!Hema Nimbekarhttps://www.blogger.com/profile/01592617559632841306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-90565740341980222812011-03-10T10:49:01.624+05:302011-03-10T10:49:01.624+05:30अकेला साहब का शुक्रिया अकेली टिप्पणी के लिए !अकेला साहब का शुक्रिया अकेली टिप्पणी के लिए !DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-16520618804422250622011-03-10T08:46:48.717+05:302011-03-10T08:46:48.717+05:30vaah anvr bhaai aapne to logon ke zmir ko jhkjhor ...vaah anvr bhaai aapne to logon ke zmir ko jhkjhor diyaa btrin rchnatmk post ke liyen mubarkbaad . akhtar khan akela kota rajsthanआपका अख्तर खान अकेलाhttps://www.blogger.com/profile/13961090452499115999noreply@blogger.com