tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post6132376150383048150..comments2024-01-12T01:09:22.444+05:30Comments on All India Bloggers' Association<br>ऑल इंडिया ब्लॉगर्स एसोसियेशन: ईमानदारी की बात में भी ईमानदारी नहीं...Saleem Khanhttp://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-28489650577312406882011-12-06T10:52:15.004+05:302011-12-06T10:52:15.004+05:30बिलकुल सच कहा\ चलो मीडिया मे कोई तो है जो अन्ना टी...बिलकुल सच कहा\ चलो मीडिया मे कोई तो है जो अन्ना टीम के बारे मे सच और साफ बोलने क्क़ा साहस करता है वर्ना सब भेड चाल की तरह उनके पीछे भागे जा रहे हैं। यथार्थ के धरातल पर सभी एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं। अगर मै चोरी करता हूँ तो सही अगर दूसरे करते हैं तो क्यो? शुभकामनायें। आपके निश्पक्ष आलेख बहुत अच्छे लगे आज ही शायद इस ब्लोग को देख पाइ हूँ।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-78745656961489239102011-12-05T13:25:09.993+05:302011-12-05T13:25:09.993+05:30bahut mahatvapoorn post ek hi thaali ke chatte bat...bahut mahatvapoorn post ek hi thaali ke chatte batte hai ek hi thali ke lote hain upar se neeche neeche se upar sabhi ke sabhi khote hain.to kisi paksh ka bachaav kyun?sabhi ko ek chain me bandhna chahiye.Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-24425064019672046282011-12-05T13:08:56.226+05:302011-12-05T13:08:56.226+05:30बेईमानों की पंचायत लगी है! क्या किया जाए?बेईमानों की पंचायत लगी है! क्या किया जाए?डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-67139030071374651992011-12-05T12:32:59.543+05:302011-12-05T12:32:59.543+05:30जो ईमानदारी की बडी बड़ी बातें कर रहे हैं, उनके दाम...जो ईमानदारी की बडी बड़ी बातें कर रहे हैं, उनके दामन साफ नहीं है, कोर्ट ने सुनवाई के बाद उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच करने के आदेश दिए हैं, तो फिर और एनजीओ का क्या हाल होगा । आखिर अरविंद केजरीवाल को इससे दिक्कत क्यों है ? वो किसे बचाना चाहते हैं ? मेरा अनुभव रहा है कि बहुत सारे सामाजिक संगठन विदेशों से पैसे लेते हैं, मकसद होता है का गरीबों को मुफ्त इलाज, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, गांव का विकास, बाल श्रम पर रोक, महिला सशक्तिकरण, पर क्या ईमानदारी से सामाजिक संगठन ये काम करते हैं, दावे के साथ कह सकता हूं.. नहीं । ऐसे में अगर इन्हें लोकपाल के दायरे में लाने की बात हो रही है तो आखिर इसमे बुराई क्या है, क्यों केजरीवाल आग बबूला हैं ?<br /><br />Agree .DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-32254651104063694552011-12-04T12:16:14.268+05:302011-12-04T12:16:14.268+05:30पता नहीं आप इसे कैसे लेते हैं, पर मेरा मानना है कि...पता नहीं आप इसे कैसे लेते हैं, पर मेरा मानना है कि ईमानदार आदमी समझदार भी होगा, ये विश्वास के साथ नहीं कहा जा सकता। अन्ना को ही ले लें, बेचारे खुद ईमानदार हैं, पर समझदारी की कमी होने से आगे पीछे ऐसी टीम बना रखी है जो खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।<br /><br />भाई नदीम राम अली के लिए कुछ लिखना समय खराब करना लगता है। जिस तरह की उनकी भाषा है उसे दुरुस्त करने में काफी वक्त लगेगा. फिर मैं लोगों को नैतिक शिक्षा का पाठ पढाने तो यहां आया नहीं हूं।<br /><br />लेकिन अऩ्ना और रामदेव की छवि उनके इसी तरह के चेले खराब कर रहे हैं।महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-13529977058980710522011-12-04T12:14:10.994+05:302011-12-04T12:14:10.994+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.महेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-89573405144588847002011-12-03T23:47:51.951+05:302011-12-03T23:47:51.951+05:30सारे के सारे एन जी. ओ. को लोकपाल के दायरे में ज़रू...सारे के सारे एन जी. ओ. को लोकपाल के दायरे में ज़रूर लाना चाहिए,चाहे वो सरकारी अनुदान से चलते हों, या निजी क्षेत्र अथवा विदेशी पैसों से . अगर वो सच्चे हैं ,तो उनको भय किस बात का और झिझक किस बात की ? अरविन्द केजरीवाल को शायद दिक्कत हो सकती है ,लेकिन और किसी को भी कोई दिक्कत नहीं है.Swarajya karunhttps://www.blogger.com/profile/03476570544953277105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-81847815622877792392011-12-03T19:49:27.334+05:302011-12-03T19:49:27.334+05:30iss taraha ki bakwas aap kaise kar lete hai ? ha h...iss taraha ki bakwas aap kaise kar lete hai ? ha ha ha ha ha ha ... kya aap ke pass koi rasta hai bhrashtachar khatam karne ke liye ? varna deshhit me kaam karo jisse desh ka bhala ho ... agar bhala nahi kar sakte to chup hi rahe to behtar hai ... baaak baaak baaak na kare .. Vande Mataram omallahnadim ram alihttps://www.blogger.com/profile/01977377243010575092noreply@blogger.com