tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post6322211197796667017..comments2024-01-12T01:09:22.444+05:30Comments on All India Bloggers' Association<br>ऑल इंडिया ब्लॉगर्स एसोसियेशन: भगवान किसका ?Saleem Khanhttp://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-52032298697733484682012-11-08T19:36:18.118+05:302012-11-08T19:36:18.118+05:30अलग-अलग हैं पंथ सब, दाता सबका एक।
जग के पालनहार के...अलग-अलग हैं पंथ सब, दाता सबका एक।<br />जग के पालनहार के, हैं गुण-कर्म अनेक।।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-65324492856598065242012-11-08T19:35:28.847+05:302012-11-08T19:35:28.847+05:30अलग-अलग हैं पंथ सब, दाता सबका एक।
जग के पालनहार के...अलग-अलग हैं पंथ सब, दाता सबका एक।<br />जग के पालनहार के, हैं कर्म अनेक।।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-74969051060549125762012-11-08T18:36:16.334+05:302012-11-08T18:36:16.334+05:30हिंदू धर्म से हम सब की भावनाएं जुड़ी हुई है, इस लि...हिंदू धर्म से हम सब की भावनाएं जुड़ी हुई है, इस लिये इस तरह का आलेख प्रकाशित नहीं किया जाना चाहिये... इस महान ब्लौग पर इस प्रकार का लेख कैसे प्रकाशित किया गया। केवल एक छोटी सी घटना से किसी धर्म को नीचा नहीं दिखाया जा सकता। इस घटना को आधार मानकर इस्लाम को हिंदू से श्रेष्ठ कहना किसी भी प्रकार उचित नहीं है। सारे संसार में इस्लामिक आतंकवाद है क्या कहेंगे। जब बकरे को हलाल कर के काटा जाता है तो उसकी पीड़ा का अनुभव किया है कभी। विवाह का पावन बंधन तीन बार त्लाक कहने से टूट जाता है। क्या ये बंधन इतना नाजुक है कि चंद शब्द कहने से ही टूट गया। मुझे गर्व है मैं हिंदू हूं। हम केवल अपने धर्म का संमान करते हैं। हमारा धर्म प्रशंसा का महौताज नही है। बड़ा बड़ाई न करे, बड़ा न बोले बोल... रहिमन हिरा कब कहे, लाख टका मेरा मोल। सनातन धर्म की जय, सनातन धर्म की जय, सनातन धर्म की जय।kuldeep thakurhttps://www.blogger.com/profile/11644120586184800153noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-75979437071119837842012-11-08T16:45:58.834+05:302012-11-08T16:45:58.834+05:30बहुत अच्छा आलेख मंदिरों में क्या कहीं भी भेदभाव न...बहुत अच्छा आलेख मंदिरों में क्या कहीं भी भेदभाव नहीं होना चाहिए प्रशासन को उन लोगों के खिलाप कुछ करना चाहिए जो मंदिरों पर एकाधिकार समझते हैं Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.com