tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post7552701489127193942..comments2024-01-12T01:09:22.444+05:30Comments on All India Bloggers' Association<br>ऑल इंडिया ब्लॉगर्स एसोसियेशन: नाबालिग और सिगरेटSaleem Khanhttp://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-3245026397233298942011-04-04T11:38:06.234+05:302011-04-04T11:38:06.234+05:30नाबालिग और सिगरेट
एक दम सही बात है |
न बल इग और स ...नाबालिग और सिगरेट<br />एक दम सही बात है |<br />न बल इग और स इग रत |<br />नहीं बलवान हुआ जिसमे इगो अभी वह नाबालिग |<br />व इगो में रत याने सिगरेट में रत कैसे रह सकता है |<br />बालिग की परिभाषा हमारे कानून के हिसाब से तो १८ वर्ष की है |<br />किन्तु समाज की रूडी वादी मान्यताओं के अनुसार बालिग़ की परिभाषा १३ वर्ष की है |<br />तेरह वर्ष में ही बल आने लगता है इगो का उसके अन्दर और वह बालिग़ हो जाता है |<br />इसलिए तो १३ वर्ष की उम्र में शादी करते थे |<br />१३ वर्ष की उम्र के बात वह किसी की नहीं सुनता है |<br />वह क्या कोई भी किसी की नहीं सुनता है |<br />हम आप भी जब तेरह के हुए तो हमारे इगो भी बल वान हो गए और<br />हम भी किसी की नहीं सुनते थे |<br />तो वह क्यूँ आपकी सुनेगा |<br />उसका यह इगो नहीं बन पाए और वह शादी के लिए मन कर दे |<br />इससे पहले ही उसकी शादी कर दी जाती है |<br />और उसके इगो को फिर पनपने नहीं दिया जाता था |<br />और उसको भी गृहस्थ के कामों में उलझा लिया जाता था |<br />तो अभी उसका इगो बन रहा है और बलवान हो रहा है |<br />उसको छेड़ना यानी मधुमाखी के छत्ते को छेड़ना है |<br />ऐसे उम्र के बालक ही फिर किसी का अपमान करने यपितु उस पर वार करने में भी चूकते हैं |<br />जो इनको इस तरह से छेड़ता है |<br />तो अभी उसका इगो बनने देना ही सबसे बड़ी अकल्बंदी है |Brahmachari Prahladanandhttps://www.blogger.com/profile/17314452404379946912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3778896908085961456.post-8162230019858070202011-04-04T11:38:05.278+05:302011-04-04T11:38:05.278+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Brahmachari Prahladanandhttps://www.blogger.com/profile/17314452404379946912noreply@blogger.com