जापानी बुखार (एन्सेफलीटीस) मूलतः पूर्वी उत्तरप्रदेश और पश्चिम बिहार में अपना प्रकोप दिखता है वो भी खाश करके 6 महीने से लेकर 15 साल तक के बच्चों के ऊपर / मानसून के समय जापानी बुखार के जिम्मेदार मच्छर बहुत ही ज्यादा मात्रा में पैदा होते हैं और छोटे बच्चो को अपना शिकार बनाते हैं.
बच्चो को मच्छरों से बचाये ; क्योंकि अब मच्छर ही नहीं राजनेता भी खून चूसते हैं. बच्चो को हमेशा पुरे कपडे पहनाये। शहर के और गॉंव के अमीर लोग तो मच्छरों से बचने का तरीका निकाल लेते हैं क्योंकि उनके पास पैसा और साधन है, मगर गॉंव के गरीबो के पास दो वक्त की रोटी मिल जाये वही बहुत है.
मंदिरो में धन दौलत दान करने से तो अच्छा है की पूर्वी उत्तरप्रदेश और पश्चिमी बिहार में गरीबो मच्छरदानी दान दी जाये , जिसे उनके बच्चो को बीमार होने से बचाया जाय।
गोरखपुर में ये पहली बार नहीं हुआ है , पहले योगी जी , सरकार के खिलाफ आवाज उठाते रहते थे , तो अब विरोधी योगी सरकार के खिलाफ. जनता को ये समझना चाहिए की ये राजनेता भी किसी मच्छर नहीं , जिसको भी मौका मिलेगा वो अपनी राजीनीति की रोटी तो सकेगा ही, आप अपने आप तो तवा मत बनाइये। खुद आगे बढिये और अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाइये।
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