Life is Just a Life: लाचार आसमान: बेहतर है आसमां का दर्द भी कोई समझे , बादलों की आवारगी कब तक सहेगा वो ? कब तक नंगी आँखों से देखता रहेगा , मरती हुई प्यास ...
Home »
» Life is Just a Life: लाचार आसमान
Life is Just a Life: लाचार आसमान
Written By नीरज द्विवेदी on शनिवार, 23 जून 2012 | 9:42 am
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें
Thanks for your valuable comment.