" दुआ "
हिचकियों का इलाज ढूंढना तेरे बस की बात नहीं
इलाज ही करना है तो मेरे मरने की दुआ कर ।
मुझे भुला पाना भी इतना आसान नहीं है
भुलाना ही है मुझे तो जहाँ को भूलने की दुआ कर ।
मुझसे मिले बिना चैन न आएगा तुमको भी
चैन ही लेना है तो हर जन्म में मिलने की दुआ कर ।
क़त्ल कर मेरे अरमानों का खुशियाँ ढूंढते हो यहाँ
खुशियाँ ही लेनी है तो अरमानों के पलने की दुआ कर ।
वो और होंगे जिन्हें ख़ाक में मिला दिया तूने कभी
"कायत" को मिटाना है तो खाक में मिलने की दुआ कर ।