मिलिये राहुल गाँधी जी से !
shri rahul gandhi [facebook se sabhar ] |
यूं तो राहुल गाँधी जी का जीवन एक खुली किताब की तरह है .स्व .श्री राजीव गाँधी जी व् सोनिया गाँधी जी के सुपुत्र राहुल जी का जन्म 19 जून १९७० को नईदिल्ली में हुआ .राहुल जी ने ट्रिनिटी कॉलेज, कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी [ यूं..के. ]से डेवलपमेंट इकोनोमिक्स में एम् .फिल की डिग्री हासिल की है .राहुल जी की - प्राथमिक शिक्षा के उन्नतिकरण ,समाज के दलित व् अन्य शोषित वर्गों के सशक्तिकरण से सम्बंधित मुद्दों में,अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों- आदि में विशेष रुचि है .खेलों में राहुल जी को-Scuba diving , swimming , cycling , playing squash में विशेष दिलचस्पी है .इतिहास ,समाज शास्त्र,अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध ,विकास,प्रबंधन व् जीवनी आदि विषयों को पढना उन्हें भाता है व् शतरंज व् flying उनके प्रिय समय व्यतीत करने के साधन है . अब तक वे निम्न पदों को सुशोभित कर चुके हैं -
Positions Held | |
2004 | Elected, to 14th Lok Sabha |
Member, Committee on Home Affairs | |
5 Aug. 2006 | Member, Committee on Home Affairs |
5 Aug. 2007 onwards | Member, Committee on Human Resource Development |
2009 | Re-elected to 15th Lok Sabha (2nd ter |
31 Aug. 2009 | Member, Committee on Human Resource Development |
एक लोकसभा सदस्य के रूप में राहुल जी का परिचय इस प्रकार है --'' Details of MemberParticularsDescriptionNameShri Rahul GandhiConstituency from which I am electedAmethiState from which I am electedUttar PradeshPolitical party nameIndian National CongressPresent Address12, Tughlak Lane,New Delhi - 110 011Tels. (011) 23795161 Fax. (011) 23012410Permanent Address12, Tughlak Lane,New Delhi - 110 011Tels. (011) 23795161 Fax. (011) 23012410''[india.gov.in से sabhar ]
ये तो हुई राहुल जी के विषय में वे जानकारियां जो सबको दिखाई देती हैं पर आज मैं यहाँ उनकी उन विशेषताओं का उल्लेख भी करना चाहूंगी जिन्हें केवल हम तभी देख सकते हैं जब हम राजनैतिक रूप से निष्पक्ष होकर देखें .१४ वर्ष की किशोर आयु में अपनी दादी की नृशंस हत्या का हादसा झेलने वाले राहुल जी के धैर्य की कड़ी परीक्षा लेने में क्रूर प्रकृति ने कोई दया नहीं की .२१ मई १९९१ की रात को जब उनके स्नेही पिता राजीव जी की एक बम विस्फोट में नृशंस हत्या की गयी तब वे भारत में नहीं थे .जिसने भी अपने किसी प्रिय परिवारीजन को हादसे में खोया होगा वह उस समय के उनके हालात...मानसिक अवस्था को सहज ही महसूस कर सकता है .किस तरह २१ वर्षीय उस युवा राहुल ने झेला होगा यह हादसा !........आज जब स्वामी सुब्रमण्यम जैसे तथाकथित ज्ञानी राहुल जी को ''बुद्धू'' कहकर उनकी खिल्ली उड़ाने का प्रयास करते हैं ..वे भूल जाते हैं हमारे राहुल जी चट्टानी- कड़ाई जैसी मानसिक सबलता रखते हैं .दादी व् पिता को हादसों में खो देने के बावजूद वे स्वयं जन सेवा हेतु राजनीति में आये और सन 2004 से निरंतर जनसेवा में लगे हुए हैं .....बिना किसी पद के लालच के .
राहुल जी द्वारा किये जाने वाले जनसंपर्क को ''नाटक ''का नाम देने वाले ये भूल जाते हैं कि-राहुल जी इन आक्षेपों से घबराते नहीं है .वे ऐसे कुत्सित बयां देने वालों को चुनौती देते हुए ठीक ही तो कहते हैं-''यदि ये नाटक है तो ये चलता रहेगा ''.उत्तर प्रदेश में मिले जनादेश को भी उन्होंने बड़ी शालीनता के साथ स्वीकार किया पर मीडिया ने राहुल जी की आलोचना को ही स्थान दिया ...उनकी मेहनत को नहीं.
गरिमामयी व् आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी राहुल जी से यदि आप कभी मिले तो ये अवश्य पूछियेगा कि ''आखिर वे इतने अनर्गल आक्षेपों को ..........कटु आलोचनाओं को .... को कैसे सह जाते हैं? .विपरीत परिस्थितियों में इतने शालीन कैसे रह पाते हैं ?
2 टिप्पणियाँ:
Apki bahwnayain Rahul jee tak zaroor pahuch jayengi....yu bhee desh mai or log bhee unke prashansak hain...
best post about best personality.thanks.shikha ji.
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Thanks for your valuable comment.