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Life is Just a Life: जैसे कोई शीशा टूट गया हो Jaise Koi Sheesha Tut Gay...

Written By नीरज द्विवेदी on रविवार, 20 अक्तूबर 2013 | 12:15 pm

Life is Just a Life: जैसे कोई शीशा टूट गया हो Jaise Koi Sheesha Tut Gay...: एक छन्न की आवाज जैसे कोई शीशा टूट गया हो बिखर गया हो गिरकर आँखों की कोरों से कोई सपना कोई अपना गूंजता रहा एक सत्य कानों में ...
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