Life is Just a Life: जैसे कोई शीशा टूट गया हो Jaise Koi Sheesha Tut Gay...: एक छन्न की आवाज जैसे कोई शीशा टूट गया हो बिखर गया हो गिरकर आँखों की कोरों से कोई सपना कोई अपना गूंजता रहा एक सत्य कानों में ...
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें
Thanks for your valuable comment.