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जुबां-ए-उर्दू

Written By Brahmachari Prahladanand on शनिवार, 8 अक्तूबर 2011 | 8:58 am


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जुबां-ए-उर्दू,
जुबां पर आ गयी,
लरज़-सी छा गयी,
तहजीब भी आ गयी,

अदब-ओ-अदावत,
खुद-ब-खुद आ गयी,
जुबां पे तरर्न्नुम,
अब छा गयी,

दमकते,
अख्तून से,
निकलती है ज़ुबाँ,
मैं क्या करूँ,

निकलते हैं,
निकलते हैं,
लफ्ज़-ए-उर्दू,
मैं क्या करूँ,




                ------- बेतखल्लुस

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