कोटा पुलिस आपराधिक निगरानी मामले में महावीर नगर थाने में रह रहे पुलिस
कर्मी रविंद्र सिंह यादव को अदालत का सम्मान तामील नहीं करवा पायी है
,,जबकि लोकेन्द्र जोशी द्वारा प्रस्तुत ऐक फौजदारी निगरानी याचिका में
बूंदी पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता जो तात्कालिक जवाहर नगर थाने की प्रशिक्षु
थानाधिकारी थी ,उन्हें तलबी हो गयी है इसके अलावा अन्य गैर निगराकर
प्रीतम गोस्वामी ,,पवन कुमार को भी सम्मन तामील हो गए है ,,,लोकेन्द्र जोशी
ने रविंद्र यादव पुलिस कर्मी ,,आई पी एस ममता गुप्ता ,,प्रीतम गोस्वामी
,,पवनकुमार के खिलाफ कोटा न्यायालय में एक परिवाद पेश कर उनके खिलाफ
,,झूंठे मुक़दमे में फंसाने ,हिरासत में हिंसा करने ,,फ़र्ज़ी दस्तावेज
कूटरचित कर ,पद से रिलीव होने के बाद भी ओवर इंट्रेस्टेड होते हुए
पत्रावली में ग़ैरक़ानूनी रूप से षड्यंत्रकारी ,मुक़दमे में फंसाने के आरोप
लगाए थे ,,लोकेन्द्र जोशी के विरुद्ध जो पुलिस ने कार्यवाही की थी उसे
निगरानी अदालत ने अपराध मुक्त करते हुए ,,पुलिस अधिकारी की कार्यवाही को
गलत क़रार दिया था ,,लोकेन्द्र जोशी ने अपने मान ,,सम्मान ,प्रतिष्ठा के
संघर्ष के लिए ,उन्हें झूंठा ,षड्यंत्र रच कर फंसाने वाले पुलिस अधिकारी
,,पुलिस कर्मी और ,परिवादी गवाहान के खिलाफ संगीन धाराओं में मुक़दमा पेश
कर न्यायालय के समक्ष खुद को परीक्षित कराया था ,अधीनस्थ न्यायलय ने
उक्त कार्यवाही पर प्रसंज्ञान नहीं लिया ,तो लोकेन्द्र जोशी ने फैसले की
समीक्षा कर न्याय का पक्ष रखते हुए ,,निगरानी याचिका जिला जज के समक्ष पेश
की थी ,जो सुनवाई के लिए महिला उत्पीड़न विशेष न्यायालय क्रम एक के समक्ष
विचाराधीन ,है ,उक्त याचिका में सभी गैर निगराकर की तरफ से उपस्थिति हो गयी
है लेकिन महावीर नगर थाना परिसर में निवासित पुलिसकर्मी को ,अदालत के
नोटिस के बाद भी कोटा पुलिस तलाश कर उन्हें न्यायालय में उपस्थिति की
सुचना नहीं करवा पायी है ,खेर अदालत ऐसे मामले में गंभीर क़दम उठाकर ,,ऐसी
उपेक्षित कार्यवाहियों के खिलाफ संज्ञान भी लेती है ,निगराकर फरियादी
लोकेन्द्र जोशी इस मामले में अब अदालत से ऐसे उपेक्षा करने वाले पुलिस
अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग भी करेंगे ,,,अख्तर खान
अकेला कोटा राजस्थान
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