Before one year a latter drafted by a bjp worker ,,,,know he join Inc
देश की जनता ने आपको हिन्दू सम्राट माना , आपको विकास पुरुष माना और प्रचंड बहुमत से सत्ता सौंप दी, पर आपने क्या किया सत्ता में आते ही उनके पीछे हाथ धोकर पड़ गए जो (छोटे कारोबारी, दुकानदार और छोटे व्यापारी) आजादी के बाद से ही आपके साथ थे जिन्होंने बुरे से बुरे समय भी पार्टी का साथ नहीं छोड़ा उनके पीछे इनकम टैक्स सहित सभी डिपार्टमेंट लगा दिए। उनको सरेआम मंचो से चोर और डकैत तक बोला। आपने कभी इस बात को समझा ही नहीं। काला धन दो तरह का होता है एक वो जो व्यापारी का है जो उसने मेहनत करके, रिस्क उठा कर कमाया है, सुबह ५ बजे जा कर दुकान खोली , पैसा लगाया और पैसा कमाया पर टैक्स नहीं दिया वो भी टैक्स सिस्टम की कॉम्प्लीकेशन्स की वजह से और आप उसके ही पीछे पड़ गए जबकि सरकारी अधिकारी और नेता जिनके पास जो भी पैसा है वो सब रिशवत और घोटालो का काला धन है बिना किसी मेहनत के कमाया हुआ उनको आपने ईमानदारी का प्रमाण पत्र दे दिया। क्या किसी अधिकारी और नेता को सजा दी गयी उनके अलावा जो आपके खिलाफ बोले। अभी भी अगर आप नहीं सम्भले तो बहुत देर हो जाएगी। और आप की सत्ता तो जाएगी ही देश को बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा क्योकि इस देश की जनता को आपके ऊपर विश्वास है की आप देश का भला कर सकते है इसलिए आप से विनती है की व्यापारी का पीछा छोड़कर देश का कार्य कीजिये। स्वर्ण और दलित की राजनीति ना करके सबको एक नजर से देखिये। ब्यूरोक्रेसी पर आँख मूँद कर विश्वाश करना बंद करके कुछ विश्वास अपने परंपरागत वोटर्स पर भी कीजिये। व्यापारी और मध्यम वर्ग को चोर बोलना बंद कर उनको अपने परिवार का लालन पालन करने दीजिये। प्रोफेशनल को बुरा भला कहना बंद कीजिये नहीं तो आप हमेशा की तरह दोबारा केंद्र में सत्ता का मुंह नहीं देख पाएंगे और सत्ता हमेशा के लिए उनके हाथ चली जाएगी जिनोह्णे हमेशा देश और हिंदुत्व का नुकसान किया है। आज राष्ट्रीय नेताओ की बात तो छोड़िये भाजपा के नगर स्तर तक के नेता जिस घमंड में बात करते है वह घमंड विध्वंसकारी होता है। भाजपा के प्रवक्ता , संबित पात्रा और प्रेम शुक्ल जैसे लोग टीवी चैनलों पर जिस भाषा का प्रयोग करते है वह जनता को अच्छी नहीं लगती। नेताओ के घमंड का ही परिणाम है की भाजपा का छोटे से छोटा कार्यकर्ता भी जरा सी असहमति होने पर दूसरे को देशद्रोही बोल देता है जिससे आम लोगो में एक खुंदक सी जन्म ले रही है। मैं आप लोगो से प्रार्थना करता हूँ की पार्टी को बचा लीजिए , घमंड छोड़िये , उदार बनिए, अपनी जगह बनाओ ना की दूसरे को ख़तम करो , इस संसार में कभी कुछ ख़त्म नहीं होता इसलिये ये ख्याल दिमाग से निकाल दो कि आप कांग्रेस को ख़त्म कर देंगे। अपनी लकीर को इतना बड़ा करो की दूसरे की लकीर छोटी हो जाये। अगर इस बार गए तो कम से कम 20 साल वापसी नहीं होगी।
देश की जनता ने आपको हिन्दू सम्राट माना , आपको विकास पुरुष माना और प्रचंड बहुमत से सत्ता सौंप दी, पर आपने क्या किया सत्ता में आते ही उनके पीछे हाथ धोकर पड़ गए जो (छोटे कारोबारी, दुकानदार और छोटे व्यापारी) आजादी के बाद से ही आपके साथ थे जिन्होंने बुरे से बुरे समय भी पार्टी का साथ नहीं छोड़ा उनके पीछे इनकम टैक्स सहित सभी डिपार्टमेंट लगा दिए। उनको सरेआम मंचो से चोर और डकैत तक बोला। आपने कभी इस बात को समझा ही नहीं। काला धन दो तरह का होता है एक वो जो व्यापारी का है जो उसने मेहनत करके, रिस्क उठा कर कमाया है, सुबह ५ बजे जा कर दुकान खोली , पैसा लगाया और पैसा कमाया पर टैक्स नहीं दिया वो भी टैक्स सिस्टम की कॉम्प्लीकेशन्स की वजह से और आप उसके ही पीछे पड़ गए जबकि सरकारी अधिकारी और नेता जिनके पास जो भी पैसा है वो सब रिशवत और घोटालो का काला धन है बिना किसी मेहनत के कमाया हुआ उनको आपने ईमानदारी का प्रमाण पत्र दे दिया। क्या किसी अधिकारी और नेता को सजा दी गयी उनके अलावा जो आपके खिलाफ बोले। अभी भी अगर आप नहीं सम्भले तो बहुत देर हो जाएगी। और आप की सत्ता तो जाएगी ही देश को बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा क्योकि इस देश की जनता को आपके ऊपर विश्वास है की आप देश का भला कर सकते है इसलिए आप से विनती है की व्यापारी का पीछा छोड़कर देश का कार्य कीजिये। स्वर्ण और दलित की राजनीति ना करके सबको एक नजर से देखिये। ब्यूरोक्रेसी पर आँख मूँद कर विश्वाश करना बंद करके कुछ विश्वास अपने परंपरागत वोटर्स पर भी कीजिये। व्यापारी और मध्यम वर्ग को चोर बोलना बंद कर उनको अपने परिवार का लालन पालन करने दीजिये। प्रोफेशनल को बुरा भला कहना बंद कीजिये नहीं तो आप हमेशा की तरह दोबारा केंद्र में सत्ता का मुंह नहीं देख पाएंगे और सत्ता हमेशा के लिए उनके हाथ चली जाएगी जिनोह्णे हमेशा देश और हिंदुत्व का नुकसान किया है। आज राष्ट्रीय नेताओ की बात तो छोड़िये भाजपा के नगर स्तर तक के नेता जिस घमंड में बात करते है वह घमंड विध्वंसकारी होता है। भाजपा के प्रवक्ता , संबित पात्रा और प्रेम शुक्ल जैसे लोग टीवी चैनलों पर जिस भाषा का प्रयोग करते है वह जनता को अच्छी नहीं लगती। नेताओ के घमंड का ही परिणाम है की भाजपा का छोटे से छोटा कार्यकर्ता भी जरा सी असहमति होने पर दूसरे को देशद्रोही बोल देता है जिससे आम लोगो में एक खुंदक सी जन्म ले रही है। मैं आप लोगो से प्रार्थना करता हूँ की पार्टी को बचा लीजिए , घमंड छोड़िये , उदार बनिए, अपनी जगह बनाओ ना की दूसरे को ख़तम करो , इस संसार में कभी कुछ ख़त्म नहीं होता इसलिये ये ख्याल दिमाग से निकाल दो कि आप कांग्रेस को ख़त्म कर देंगे। अपनी लकीर को इतना बड़ा करो की दूसरे की लकीर छोटी हो जाये। अगर इस बार गए तो कम से कम 20 साल वापसी नहीं होगी।
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