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कुंड़लिया ----- दिलबाग विर्क

Written By डॉ. दिलबागसिंह विर्क on बुधवार, 21 दिसंबर 2011 | 5:42 am


 दफ्तर लगते दस बजे , औ ' आठ बजे स्कूल ।
 अजब नीति सरकार की , टेढ़े बहुत असूल  ।
 टेढ़े बहुत असूल , फ़िक्र ना मासूमों की 
 ए.सी. में बैठकर , बात हो कानूनों की ।
 न सुनें हैं फरियाद , न दर्द जानते अफ़सर
 जमीं के साथ विर्क , कब जुड़ेंगे ये दफ्तर ?
                  
                                         दिलबाग विर्क 

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1 टिप्पणियाँ:

Atul Shrivastava ने कहा…

संवेदनशील प्रस्‍तुति।

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