जंग जीतेंगे हम आप जो संग हैं -लोकपाल बिल तो बनाना ही है -आइये आज आप का मन कुछ हल्का करें -लीक से हट
नैन मिल ही गए बात हो जाने दो
बेरहमी से यूं ना पर्दा गिराइये –जाइए जाइए
मूर्ति बन मै गया एक झलक के लिए
सर पे बांधे कफ़न एक नजर के लिए
नाग जैसे फंसा एक मणि के लिए
आग जैसे जला उर्वशी के लिए
राख बनने से पहले ही छा जाइये
आंसू छलके ख़ुशी के जो बरसाइये
जाइए जाइए ———
नैन मिल ही गए बात हो जाने दो
बेरहमी से यूं ना पर्दा गिराइए –जाइए जाइए
बेरहमी से यूं ना पर्दा गिराइये –जाइए जाइए
मूर्ति बन मै गया एक झलक के लिए
सर पे बांधे कफ़न एक नजर के लिए
नाग जैसे फंसा एक मणि के लिए
आग जैसे जला उर्वशी के लिए
राख बनने से पहले ही छा जाइये
आंसू छलके ख़ुशी के जो बरसाइये
जाइए जाइए ———
नैन मिल ही गए बात हो जाने दो
बेरहमी से यूं ना पर्दा गिराइए –जाइए जाइए
प्यार दिल में जो पनपा वो कब तक छिपे
लाख बादल ढंके चाँद क्या छिप सके ?
कैद बुल बुल जकड आह मत लीजिये
नैन मूंदे प्रिये आंसू मत पीजिये
फूटती जो कली कितना पर्दा करे
देख उसको जरा तो सकुचाइए
जाइए जाइए ———
नैन मिल ही गए बात हो जाने दो
बेरहमी से यूं ना पर्दा गिराइए –जाइए जाइए –
लाख बादल ढंके चाँद क्या छिप सके ?
कैद बुल बुल जकड आह मत लीजिये
नैन मूंदे प्रिये आंसू मत पीजिये
फूटती जो कली कितना पर्दा करे
देख उसको जरा तो सकुचाइए
जाइए जाइए ———
नैन मिल ही गए बात हो जाने दो
बेरहमी से यूं ना पर्दा गिराइए –जाइए जाइए –
फूल अरमान दिल तेरे स्वागत बिछे ना कुचल जाइये
गूंथ माला प्रिये बिखरे मोती सभी आज चुन लीजिये
साँसे उखड़ी भले प्राण प्रिय में बसा ना दफ़न कीजिये
बाँहे उठ ही गयी मन मचलने लगा पग को बल दीजिये
सूख पथराये ना दिल की सुन लीजिये
सींच उसको सनम ना प्रलय ढाइए – न कुम्हलाइए
जाइए जाइए ———
नैन मिल ही गए बात हो जाने दो
बेरहमी से यूं ना पर्दा गिराइए –जाइए जाइए –
गूंथ माला प्रिये बिखरे मोती सभी आज चुन लीजिये
साँसे उखड़ी भले प्राण प्रिय में बसा ना दफ़न कीजिये
बाँहे उठ ही गयी मन मचलने लगा पग को बल दीजिये
सूख पथराये ना दिल की सुन लीजिये
सींच उसको सनम ना प्रलय ढाइए – न कुम्हलाइए
जाइए जाइए ———
नैन मिल ही गए बात हो जाने दो
बेरहमी से यूं ना पर्दा गिराइए –जाइए जाइए –
जंग जीतेगे हम आप जो संग हैं
द्वार खुल जायेंगे आज जो बंद हैं
काया है एक ही पांच ही तत्व हैं
रक्त ले हम खड़े देख लो एक है
होके मायूस ना हार पहनाइए
दिल को जीतेंगे हम आस मन में लिए
आज मुस्कुराइए –
जाइए जाइए ———
नैन मिल ही गए बात हो जाने दो
बेरहमी से यूं ना पर्दा गिराइए –जाइए जाइए –
द्वार खुल जायेंगे आज जो बंद हैं
काया है एक ही पांच ही तत्व हैं
रक्त ले हम खड़े देख लो एक है
होके मायूस ना हार पहनाइए
दिल को जीतेंगे हम आस मन में लिए
आज मुस्कुराइए –
जाइए जाइए ———
नैन मिल ही गए बात हो जाने दो
बेरहमी से यूं ना पर्दा गिराइए –जाइए जाइए –
सुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर ५
6 टिप्पणियाँ:
BAHUT KUCHH KAHA DIYA AAPNE.....BAHUT SUNDAR
जाइये अब चले जाइए, हमें फिर से खले जाइए
शाकाहारी हैं तो क्या, कलेजा है, तले जाइए .
महफ़िल छोड़कर चले, जल रहे दिलजले, जाइए
जो छला किये छलिये, तो आप भी छले जाइए
तोते उड़े न उड़े, हाथों को मले जाइए
बदनाम हुई मैना, रूप में ढले जाइए
उन्मुक्तता फितरत में, पड़ाव अगले जाइए
जाने कब मुलाक़ात हो, लगाकर गले जाइए
अनामिका जी अभिवादन -नैन मिल ही गए ने आप के मन को छुआ सुन कर के हर्ष हुआ
आभार आप का
शुक्ल भ्रमर ५
उन्मुक्तता फितरत में, पड़ाव अगले जाइए
जाने कब मुलाक़ात हो, लगाकर गले जाइए
रविकर जी अभिवादन -नैन मिल ही गए -हमने कहा बात कर लेने दो और आप कह रहें हैं गले लगा के चले जाइये ,,,,ये क्या बात ..
दिल कोई खिलौना नहीं मत तोडिये ...
आभार आप का
शुक्ल भ्रमर ५
जब नैना बात करते है तो बोलती अपने आप बन्द हो जाती है।
ये एक भ्रमर गीत है -इसमें एक प्रेमी का प्रेमिका से नैन मिल जाता है पर प्रेमिका ..शर्म लाज भय सामाजिक बंधन से बच कर पर्दा करने लगती है तो उसे हर बंधन तोड़ अपनी जीत का भरोसा दिलाया जाता है ..
इसे कहीं न कहीं आज के परिप्रेक्ष्य में जोड़ा गया है जो आप समझ ही गए होने ..जंग जीतेंगे हम आप जो संग हैं ….
dhanyavad aap ka sandeep ji
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Thanks for your valuable comment.