जौनपुर जो "शिराज़-ए-हिंद" के नाम से भी मशहूर हैं, भारत के उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर एवं लोकसभा क्षेत्र है। मध्यकाल में शर्की शासकों की राजधानी रहा जौनपुर वाराणसी (भूतपूर्व बनारस) से 58 किमी. दूर है और यह गोमती नदी के दोनों तरफ़ फैला हुआ है। गुप्तकालीन मंदिर भी यहाँ पे पाए जाते हैं तथा गुप्त मुद्राओं के संग्रह के मिलने की खबरें भी मिल चुकी हैं, जिस से ऐसा लगता है की गुप्तकाल में यह नगर व्यापार का केंद्र रहा होगा. ऐसा भी मना जाता है की जौनपुर की स्थापना सम्भवतः 11वीं शताब्दी में हुई थी, लेकिन गोमती नदी की बाढ़ से यह नष्ट हो गया . फिर से 1359 में फिरोज शाह तुगलक ने अपने चचेरे भाई सुल्तान मुहम्मद की याद में इसकी स्थापना की थी.सुल्तान मुहम्मद का वास्तविक नाम जौना खां था। इसी कारण इस शहर का नाम जौनपुर रखा गया।
इतने मशहूर शहर के बारे मैं लोगों को जानना अवश्य चाहिए. जौनपुर ब्लोगर पे उन सभी का स्वागत है, जिनका ताल्लुक जौनपुर, बनारस ,इलाहाबाद या आस पास के इलाके से हैं या जिनको जौनपुर के बारे मैं जानने की उत्सुकता है.
चलिए आप सब को जौनपुर की सैर अर्चना चावजी की आवाज़ मैं करवाता हूँ. यह अपने आप मैं एक नया तजुर्बा है विडियो ब्लोगिंग ....लेख को पढने के साथ साथ आप सुन भी सकते हैं.
1 टिप्पणियाँ:
जानकारी अच्छी
आहवान् अच्छा
कुछ अटाला देवी मस्जिद के विषय में भी बताते तो अच्छा रहता.....शकी शासन की पहचान एवम् जौनपुर की वास्तुकला की भी पहचान है।
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