क्या वाकई कल के मैच के भी हीरो सचिन ही हैं?
सचिन एक महान खिलाड़ी हैं ,इसमें कोई शक नहीं.उन्होंने १२० रन का शानदार शतक लगाये बंगलौर में ,यह भी काबिले तारीफ़ है.मगर क्या स्ट्रास के १५८ रन उनपर भारी नहीं पड़े?
अगर आखिर में ज़हीर खान के ओवर में स्ट्रास का और उनके साथी का विकेट नहीं उड़ता तो कौन माई का लाल इस मैच को हारने से बचा सकता था.
मगर आज सुबह अखबारों में पहले पेज पर सचिन की तस्वीर देखकर उनके प्रायोजकों के मीडिया मेनेजमेंट की तार्रेफ़ करनी होगी,जो भारतीय क्रिकेट टीम की हर जीत का सेहरा सचिन के सर बंधवाने में सफल हो जाते है,
क्या आज इस जगह ज़हीर खा की तस्वीर नहीं होने चाहिए थी?मीडिया ईमानदारी से सोचे!
3 टिप्पणियाँ:
is or jaroor dhayan diya jana chahiye .sarthak post .
अच्छी सोच।
सही है---
तस्वीर तो स्ट्रास की होनी चाहिये या फ़िर जहीर की...ये लोग लकीर को ही पीटते रहते हैं....
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