साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्था 'सृजन' का वार्षिक समारोह......ड़ा श्याम गुप्त
लखनऊ के युवा रचनाकारों की साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्था 'सृजन' का वार्षिक समारोह स्थानीय गांधी भवन के लाइब्रेरी हाल में दिनांक २१ अगस्त २०११ को संपन्न हुआ | सरस्वती पूजन व माल्यार्पण के पश्चात वाणी
वन्दना प्रातिभ युवा कवि श्री सुभाष चन्द्र रसिया ने की | अतिथियों का
स्वागत संस्था के अध्यक्ष डॉ योगेश गुप्त ने किया एवं संस्था की गतिविधियों व उसकी स्थापना के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला | संस्था द्वारा नगर के वरिष्ठ कवि साहित्यकार , रेलवे के अवकाश प्राप्त वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक व सर्जन
ड़ा श्याम गुप्त को 'सृजन साधना वरिष्ठ रचनाकार सम्मान व युवा कवि श्री अखिलेश त्रिवेदी को सृजन साधना युवा रचनाकार सम्मान प्रदान किया गया |
|
ड़ा श्याम गुप्त को सम्मानित करते हुए पूर्व महानिदेशक पुलिस श्री महेश चन्द्र द्विवेदी |
|
संस्था के उपाध्यक्ष परिचय पढते हुए |
|
श्रीमती सुषमा गुप्ता परिचय पढते हुए |
|
सम्मानित साहित्यकार ड़ा श्याम गुप्त व अखिलेश त्रिवेदी व मंचस्थ डॉ सत्य, श्री द्विवेदी जी, सिन्हा जी, विनोद चन्द्र पांडे जी व अन्य |
|
संस्था केअध्यक्ष ड़ा योगेश द्वारा धन्यवाद ज्ञापन व साथ में महामंत्री देवेश कुमार देवेश व श्री पार्थो सेन |
समारोह की
अध्यक्षता अगीत विधा के संस्थापक ड़ा रंग नाथ मिश्र 'सत्य' ने की | मुख्य अतिथि
श्री विनोद चन्द्र पांडे 'विनोद' आई ऐ एस पूर्व अध्यक्ष हिन्दी संस्थान, विशिष्ट अतिथि
श्री महेश चन्द्र द्विवेदी पूर्व डीजीपी लखनऊ, श्री गदाधर नारायण सिन्हा पूर्व डीजीपी व श्री
राम चन्द्र शुक्ल पूर्व न्यायाधीश थे |
संस्था के उपाध्यक्ष श्री
राजेश कुमार श्रीवास्तव व कवयत्री
श्रीमती सुषमा गुप्ता ने ड़ा श्याम गुप्त का जीवन परिचय दिया एवं श्री गौरव दीक्षित 'मासूम' ने श्री अखिलेश त्रिवेदी का परिचय दिया | प्रमुख वक्ताओं साहित्यकार व कवि
प्रोफ.
ओम प्रकाश गुप्त 'मधुर, कवयित्री श्रीमती स्नेह लता , सुषमा गुप्ता, श्री पार्थो सेन व मशहूर शायर सुलतान शाकिर हाशमी ने ड़ा श्याम गुप्त के रचना संसार व रचना धर्मिता की विशद रूप से चर्चा की |
समारोह में उपस्थित
ड़ा आर के गुप्ता पूर्व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ,मंडल रेलवे चिकित्सालय, लखनऊ ने भी ड़ा श्याम गुप्त के जीवन वृत्त व रचनाओं पर प्रकाश डाला | ड़ा श्याम गुप्त व श्री अखिलेश त्रिवेदी 'शाश्वत' द्वारा
काव्य-पाठ किया गया | संस्था द्वारा अन्य कविगणों को भी सम्मानित किया गया | अध्यक्ष, मुख्य अतिथि व अन्य मंचस्थ वरिष्ठ विद्वानों ने काव्य जगत में सृजन जैसी संस्थाओं की अत्यंत आवश्यकता व उनके महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए संस्था के कार्य कलापों की भूरि -भूरि प्रशंसा की | अध्यक्ष ड़ा योगेश द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया |
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें
Thanks for your valuable comment.