नियम व निति निर्देशिका::: AIBA के सदस्यगण से यह आशा की जाती है कि वह निम्नलिखित नियमों का अक्षरशः पालन करेंगे और यह अनुपालित न करने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से AIBA की सदस्यता से निलम्बित किया जा सकता है: *कोई भी सदस्य अपनी पोस्ट/लेख को केवल ड्राफ्ट में ही सेव करेगा/करेगी. *पोस्ट/लेख को किसी भी दशा में पब्लिश नहीं करेगा/करेगी. इन दो नियमों का पालन करना सभी सदस्यों के लिए अनिवार्य है. द्वारा:- ADMIN, AIBA

Written By Pappu Parihar Bundelkhandi on सोमवार, 10 अक्टूबर 2011 | 8:46 am



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ओ,
उतरता-सा गया,
दिल में,
समाता-सा गया,

रोक न सकी,
अपने को,
टोक न सकी,
सपने को,

ख्वाबों की,
दुनिया में,
खोने-सी,
लगी,

मन-ही-मन,
उसे,
अपनाने-सी,
लगी,

बात उससे,
न.
अभी,
हुयी थी,

नज़र न,
अभी,
दो-चार,
हुयी थी,

जाता देखा था,
उसे राह पर,
दूर-से,
निगाह कर,

उसकी,
वो चाल,
कह गयी,
उसका हाल,

खोई-खोई-सी,
हो गयी,
कुलबुलाहट-सी,
हो गयी,

नीचे जा रही हूँ,
कदम उठते नहीं,
ओ कब मिलेगा,
जान सकते नहीं,

पानी लाना,
मेहमान आयें हैं,
पापा के पुराने
दोस्त आयें हैं,

बहुत दिनों बाद,
तेरे पापा से,
मिलने,
है आयें हैं,

पानी लाई,
नज़र उठाई,
वहाँ उसे,
बैठा पाई,

सहम-सी गयी,
सकपका-सी गयी,
जल्दी-से ट्रे रख,
लौट-सी गयी,

माँ ने तभी,
और बताया,
उनका सुपुत्र,
है साथ आया,

याद दिलाने,
पुराना वादा आया,
तेरे लिया,
है रिश्ता लाया,

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