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जुबां-ए-उर्दू,
जुबां पर आ गयी,
लरज़-सी छा गयी,
तहजीब भी आ गयी,
अदब-ओ-अदावत,
खुद-ब-खुद आ गयी,
जुबां पे तरर्न्नुम,
अब छा गयी,
दमकते,
अख्तून से,
निकलती है ज़ुबाँ,
मैं क्या करूँ,
निकलते हैं,
निकलते हैं,
लफ्ज़-ए-उर्दू,
मैं क्या करूँ,
------- बेतखल्लुस
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