नियम व निति निर्देशिका::: AIBA के सदस्यगण से यह आशा की जाती है कि वह निम्नलिखित नियमों का अक्षरशः पालन करेंगे और यह अनुपालित न करने पर उन्हें तत्काल प्रभाव से AIBA की सदस्यता से निलम्बित किया जा सकता है: *कोई भी सदस्य अपनी पोस्ट/लेख को केवल ड्राफ्ट में ही सेव करेगा/करेगी. *पोस्ट/लेख को किसी भी दशा में पब्लिश नहीं करेगा/करेगी. इन दो नियमों का पालन करना सभी सदस्यों के लिए अनिवार्य है. द्वारा:- ADMIN, AIBA

Home » , » आजकल ज़मीनों और कमीनों का ज़माना है, AIBA condemns Forbesganj killing, demands suspension of police officers.

आजकल ज़मीनों और कमीनों का ज़माना है, AIBA condemns Forbesganj killing, demands suspension of police officers.

Written By Saleem Khan on शनिवार, 23 जुलाई 2011 | 12:45 pm

6 महीने के बच्चे को भी गोलिओं
का शिकार बना डाला  
फ़ोर्ब्सगंज में 90 लाख की ज़मीन के लिए बिहार सरकार ने 4 करोड़ की चहारदीवारी लगवा दी वो भी मुफ़्त में ! और तो और बिहार पुलिस ने हद तो तब कर दी जब इसी ज़मीन की ख़रीद-फ़रोख्त के विरोध करने पर एक मासूम और गर्भवती महिला समेत 4 लोगों गोलिओं से सरेआम भून भी डाला और ये सब होता रहा हमारे बिहार के सुशासन बाबू कहलाने वाले मुख्यमंत्री नितीश कुमार जी की नाक के नीचे. सबसे अफ़सोसनाक तो यह रहा कि इस मसअले पर न तो मानवाधिकार आयोग ने कोई तत्परता दिखाई और न ही महिला संगठनों ने कोई हलचल.... क्यूँ? आगे बताता हूँ कि क्यूँ?







भारत में तो कोई कुछ न बोला मगर सात समंदर पार अमेरिका के एक इंडियन मुस्लिम संगठन ने इस बात की सुध ली और यह जागरण किया कि मुख्यमंत्री नितीश कुमार जी के फ़ोन नम्बर पर कॉल करके इस मुद्दे के बाबत कोई फ़ैसला लेने पर मजबूर किया जाए.



बताते चलें कि पूरे देश ने IBN7 न्यूज़ चैनल के ज़रिये ये जाना कि किस तरह से ज़मीन को गैर कानूनी तरीके से कानून के नुमाइंदों ने हथिया लिया और विरोध करने पर जवाब में गोलिओं से भून डाला. अब सुशासन का डंका पीटने वाले नीतीश कुमार की सरकार से और क्या अपेक्षा की जा सकती है. बीजेपी MLC सौरभ अग्रवाल ने अरारिया ज़िले के फ़ोर्ब्सगंज इलाके के भजनपुर गाँव में 33 एकड़ ज़मीन को 90 साल के लिए मात्र 90 लाख में ले लिया. यही नहीं हमारे सुशासन बाबू की सरकार ने सरकारी खर्चे से इसके चारो ओर 4 करोड़ की लागत लगा कर चहारदीवारी खिंचवा दी और सौरभ अग्रवाल को यूँ ही दे दी, उनसे एक भी पैसा नहीं लिया. ये ज़मीन बिहार इंडस्ट्रियल एरिया डेवेलपमेंट अथोरिटी (BIADA) जो कि बिहार सरकार की एक बॉडी है ने दिया.


यही वह ज़मीन है जिसने भजनपुर गाँव की रोड को हड़प लिया जिसके विरोध में भजनपुर गाँव के वासियों ने 3 जून 2011 को आवाज़ उठाई तो उन्हें इस दुनिया से ही उठा दिया गया. 4 लोग मारे गए-- चारों के चार मुसलमान - उनमें एक मासूम बच्चा और एक गर्भवती महिला !!! प्रदेश के मुख्यमंत्री नितीश कुमार न तो मरने वालों को एक भी पैसा देने का ऐलान किया और न ही उस गाँव ही गए. हाँ मुख्यमंत्री होने के नाते उन्होंने न्यायिक जांच का आदेश तत्परता से दिया.


कहते है कि कुर्बानी कभी व्यर्थ नहीं जाती और यही हुआ भी अब नितीश सरकार अपनी जदयू-भाजपा सरकार के मंत्रियों के क़रीबी रिश्तेदारों को ज़मीन औने-पौने दाम में देने के मामले में बुरी तरह से फंसती दिखाई दे रही है. फ़ोर्ब्सगंज की उक्त ज़मीन भी नितीश कुमार के क़रीबी रिश्तेदार को दिए जाने के कारण भी विवाद में आयी, नितीश कुमार ने निजी रूप से विरोध के विरोध गोलियां चलवा दीं.


इस भूमि घोटाले के खुलासे के बाद सरकार की चुप्पी और निष्क्रियता इस बात की चुगली कर रही है बिहार सरकार सिर्फ घोटालेबाज़ ही नहीं बल्कि मुस्लिम विरोधी भी है क्यूंकि चार निर्दोष मुसलामानों के खून से नहाने के बावजूद नितीश कुमार एक भी इन्च ज़मीन वापस करने के मूड में नहीं दिखाई दे रही है.

मैं AIBA के माध्यम से आप सभी से अनुरोध करता हूँ कि बेहद सभ्य व शालीन और नायाब तरीके से बिहार पुलिस के इस अमानवीय कृत्य की निंदा करें और बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के निम्न  नम्बर पर सधे व सही शब्दों में अपना विरोध दर्ज कराएं. आपके विरोध में निम्न तथ्य होने चाहिए:::



  • 3 जून 2011 को फ़ोर्ब्सगंज के नरसंहार में शामिल पुलिसवालों का तत्काल बर्ख़ास्त किया जाए.
  • तत्काल प्रभाव से मारे गए लोगों के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करना.
  • CBI जांच की मांग करना.
कोई भी फ़ोन उठाये आप अपनी बात रखें, हो सके तो अपना नाम पता व नम्बर भी दें ताकि शिकायत वास्तविक व वाजिब नज़रिए की लगे. भावावेश में कदापि न आये.


मुख्यमंत्री नितीश कुमार का नम्बर है-

  • +91-612-2201000
  • +91-612-2222079
हो सके तो निम्न चित्र पर क्लिक कर इसे अपने दोस्तों को ईमेल के ज़रिये से सूचित करें.




सम्बंधित खबरें:::

TwoCircles.net:
Forbesganj Firing: Police killed women, infant at pointblank range
Rediff:
Forbesganj firing: A tale of police brutality
IBN Live:
Sharad Yadav says judicial probe in Forbesganj firing “discourages private investment”
http://ibnlive.in.com/generalnewsfeed/news/sharad-disapproves-judicial-probe-in-forbesganj-police-firing/731444.html
Ummid.com:
Indian Muslim leaders' apathy towards Forbesganj killing painful.
http://www.ummid.com/news/2011/June/18.06.2011/indian_muslims_n_forbesganj_killing.htm
By Google Search:
Click to know via Google.com



सलीम ख़ान
संस्थापक
ऑल इंडिया ब्लॉगर्स एसोशियेशन 
Share this article :

8 टिप्पणियाँ:

vidhya ने कहा…

nitesh kumar ye keya keya (mukye mantre ji)ya keya aacha keya keya
bahut karab laga
bihar ke sab mil ke aak juth ho kar andolan karana chahiye, tab jake sarkar kuch karega, nahe to yu hu sab badathi rahegi,neke prathi ho kuch to karana chaiye

bahut dujh huva

लिकं हैhttp://sarapyar.blogspot.com/

अगर आपको love everbody का यह प्रयास पसंद आया हो, तो कृपया फॉलोअर बन कर हमारा उत्साह अवश्य बढ़ाएँ।

Arunesh c dave ने कहा…

क्या गोली इसीलिये चलाई गयी की मरने वाले मुस्लिम ही होंगे या उनकी जगह कोई और भी होता तो गोली चलाई जाती दूसरे क्या भट्टा परसौल की तरह यहां के लोग भी हिंसा पर उतारू थे या शांती पूण प्रदर्शन कर रहे थे कृपया इस पर विस्तार से जानकारी दें और यह भी बताएं कि क्या बिहार मे मुसलमान जनता असुरक्षित है

Atul Shrivastava ने कहा…

शर्मनाक........ शर्मनाक.........

Vivek Jain ने कहा…

Shameful,

विवेक जैन vivj2000.blogspot.com

Anita kumar ने कहा…

Shameful,

DR. ANWER JAMAL ने कहा…

Afsosnaak.

चंदन कुमार मिश्र ने कहा…

नीतीश को क्या कहें? दुशासन राज है बिहार में लेकिन आप सब ने इसे फिर मजहबी रंग दे डाला। बिहार में मैं रहता हूँ और अच्छी तरह जानता हूँ कि नीतीश ने क्या किया है? फारबिसगंज मुद्दे पर तो इन लोगों को सीधे विधान सभा के बाहर निकाल कर इनकि जमीन छीनकर वापस किसानों के दे देना चाहिए।

Shah Nawaz ने कहा…

सारा मीडिया उन दिनों बाबा रामदेव के समर्थकों के ऊपर बरसने वाली तथाकथित लाठियों पर गरजता रहा... किसको फ़िक्र है कुछ गरीबों को ऐसी मौत सुला दिया जाए????

एक टिप्पणी भेजें

Thanks for your valuable comment.