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शराब पीने से सच बोलने का साहस आदमियों में पैदा होता है , शराबखोरी को इनके लिए हरगिज़ ऐब न समझा जाये

Written By DR. ANWER JAMAL on बुधवार, 9 मार्च 2011 | 6:17 pm

आपको यह जानकार खुशी होगी कि ब्लॉगजगत के मार्गदर्शन का ठेका जिन लोगों के पास है वे शराबी हैं चाहे घोर हों या अघोर.

शराब पीने से सच बोलने का साहस ऐसे आदमियों में पैदा होता है , जो बुज़दिल होते हैं और ये लोग अनादि काल से ऐसे 'सत्य की खोज' में लगे हैं जो आज तक तो इन्हें मिला नहीं 'अनवरत' सफ़र के बाद भी , जबकि यह सफ़र भी उड़नखटोले पर किया गया . शराबखोरी को इनके लिए हरगिज़ ऐब न समझा जाये यह तो इनकी साधना का अंग है सदा से .

ऐसे सत्यपिपासुओं के विरूद्ध मैं आपका साथ बिलकुल न दूंगा . मैंने पहले भी आपका साथ देने की गलती की थी तो जनाब मिश्रा जी ने शस्त्र के साथ शास्त्र भी धारण कर लिए थे . हमने तो उसी वक़्त उनसे माफी मांग कर अपना फंद कटा लिया था . अब वही गलती आप कर रहे हैं . भाई ये ब्लोगवाणी और चिट्ठाजगत खोकर ख़ार खाए बैठे हैं . इन्हें नाहक़ मत छेड़ो , कहीं की रंजिश कहीं निकाल बैठेंगे और फिर आपका महिला सशक्तिकरण आन्दोलन अधूरा ही रह जायेगा और आपकी पत्नी डायरेक्ट कुंवारी से विधवा हो जायेगी . देखो , मैंने आपको इतना डराया है , अब आप या तो डर जाओ या फिर डरने की एक्टिंग ही कर लो . हमेशा सन्नी देवल बनना ठीक नहीं , अमरीश पुरी ज़रूर मरा है लेकिन उसकी आत्मा आज भी शराबी ब्लॉगर्स की खोपड़ियों पर डंका बजा रही है .

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1 टिप्पणियाँ:

हरीश सिंह ने कहा…

समाज में बहुत तरह के लोग रहते है सलीम भाई.......... एक दिन मैं किसी ब्रह्माण्ड के संगठन पर चला गया, बनाये है ब्रह्माण्ड का संगठन और बाते देखिये जैसे महिलाओ की कोई किट्टी पार्टी चल रही हो.. क्या लिख रहे है जनाब लोग......... हद तो यह है की बकायदे प्रेस वार्ता भी हो रही है. पूरे ब्रह्माण्ड को होली मय करके रखे है... यही नहीं घोड़े पर बैठकर ब्रह्माण्ड की सैर भी करेंगे..... भैया बड़े लोंगो के चोचले है. पत्रकारों का क्या है. खिलाओ-पिलाओ बेचारे पहुँच ही जायेंगे. .... हमरा तो झटका लाग गईल इन लोगन की बतिया सुनकर......... बकायदे देवर भौजी की तरह मजाकौ कर रहे है.......... क्या बात है जब एस ही करना है टी जमकर पीओ खाओ मस्त रहो लेकिन भैया ई लेखन जैसे पवित्र पेशा को बदनाम तो मत करो..... और जरा प्रचार तो देखिये........... कमला पसंद की तरह " नकली से सावधान" असली का ठेका भी ले लिये...... वाह भाई क्या बात है.. भैया हम इंतजार कर रहे है की कब ओसामा बिन लादेन, जार्ज बुश, ओबामा....... आदि-आदि सहित.......... मंगल गृह और उ का होत है, हा एलियन कब आते है...... भाई ब्रह्माण्ड है तो आयेंगे ही......... अच्छा उन्हें बुराई भी सुनना पसंद नहीं, जो तारीफ करे वही आये नहीं तो भैया राम-राम..... भैया हम गए थे डर के तारीफ ही कर दिए..... अब कौन झगड़ा करे, वैसे भी हमें लोग गरिया ही देते है...... सोचते है हम भी चले वही एक प्यारी सी भाभी मिल जाएगी......... अब इस उअमर में कुछ-कुछ हमरा भी मनवा बहक जाता है भैया लोगन माफ़ कर दिही.
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सलीम भाई, एक अच्छी पोस्ट के लिए बधाई....... जो फोटो आपने छापा है वह भारतीय संस्कृति का मजाक है. ऐसे लोंगो का बहिस्कार होना चाहिए...... जो लोग लेखन जैसे पवित्र कार्य को बदनाम करते है उनका बहिस्कार होना चाहिए..... पाश्चात्य सभ्यता का अनुसरण करने वाले ऐसे लोंगो से नम्र निवेदन है... "भारतीय ब्लॉग लेखक मंच" पर आकर भारतीय संस्कृति को बदनाम न करे.. हम सिर्फ उन्ही को पसंद करते है जिनके अन्दर प्रेम,ममता. भाईचारा, आपसी सौहार्द, एक दूसरे के प्रति सम्मान और समाज को सही दिशा दिखाने की क्षमता हो.. ताकि हम लोंगो के जाने के बाद भी कोई इस ब्लॉग पर आये तो उसे लगे की यहाँ पर सुलझे हुए लोग रहते है....
एक बार पुनः आपको बधाई शुभकामना..

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