कुछ दिन से कृष्णा की पढाई बंद चल रही थी ! उदास दिखता था ! कारण - कोई कह रहा था --"उसे प्यार हो गया है" ...... पी. एच. डी. पूरी नहीं कर पा रहा........सब कुछ अस्त - व्यस्त ! दोस्तों ने समझाया ......घर में बात कर.....प्यार को पाने की कोशिश कर , नहीं तो खुद को बर्बाद कर लेगा !
कुछ दिन बाद ----कृष्णा फिर नजर आया !ख़ुशी चेहरे पर नजर आ रही थी ! पता चला.......शादी हो गयी है......"उसी से "..........!! घर में माँ बापू के सामने अनशन पर बैठ गया था .....आखिरकार बेटे की जिद रंग लायी , कृष्णा को उसका प्यार मिल गया ! लगा - कृष्णा पी. एच. डी. पूरी कर पायेगा , जीवन बदल जायेगा !
आजकल कृष्णा की पढाई फिर से बंद चल रही है ! उदास ही दिखता है ! कारण - गृहस्थी है , पत्नी है , जिम्मेदारी है , दुनियादारी भी है.........पर प्यार नहीं है !!!!!!! वह तो बदलते वक्त के साथ ना जाने कहाँ उड़ गया !!
प्रियंका राठौर
7 टिप्पणियाँ:
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (24-3-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
ktu sach
backdoor entry - laghu katha
vandna ji aapka bahut bahut dhanybad..
virk ji aabhar...
प्रियंका ! तुमने गागर में सागर जैसी पोस्ट लिखी है
यकीन मानो ज़ेहन-ओ-दिल में उतर गयी
सलीम
प्यार , अगर होता है , तो ख़त्म भी हो जाता है क्यूंकि जो होता है वो ख़त्म भी होता है .... हाँ अगर प्यार 'है' तो वो रहेगा ही हर परिस्थिति में
A pinching truth of life !
rashmi ji aap ne sahi kha...agar pyar hota hai her paristhiti mei hota hai..kisi ko dekha aur pyar ho gaya...veh pyar nahi sirf aakarshan hi hota hai....aabhar
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Thanks for your valuable comment.