anant ka dard: प्यार में अक्सर भूल हो जाती है: "रात और सूरज के मिलन का क्षण ,जब रात का इंतज़ार छल लिया जाता है एक नज़्म कह नहीं पाया , सो चबा गया था , पर हज़म नहीं हुई , वो गहरी गुलाबी न..."
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anant ka dard: प्यार में अक्सर भूल हो जाती है
Written By Anurag Anant on गुरुवार, 28 अप्रैल 2011 | 1:32 pm
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