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जिन्दगी इश्क की

Written By नीरज द्विवेदी on रविवार, 31 जुलाई 2011 | 10:23 pm



हुश्न ऐसा हो, जो नुमाइश ना भी हो, तो दिखता हो,
जश्न ऐसा हो, जो साकी... जिन्दगी इश्क की (Complete)


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