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पढाई में याद करने का नुस्खा

Written By Brahmachari Prahladanand on शनिवार, 9 जुलाई 2011 | 9:27 am

पढाई में याद करने का नुस्खा
पढाई के लिए रटना जरूरी नहीं हैं |
रटकर जो भी हम पड़ते हैं वह भूल जाते हैं |
पड़ने दे लिए सुनना जरूरी है |
जो भी हम सुंनते वह जल्दी याद भी होता है और भूलते भी नहीं हैं हम |
इसलिए अगर कोई भी पड़ना हो तो |
पहले पैराग्राफ के अनुसार उसे अपनी आवाज़ में रिकॉर्ड कर लोग |
कहीं भी आजकल तो मोबाइल में रिकॉर्ड कर सकते हैं |
फिर उसे सुनो जैसे की गाने सुंनते हैं |
और उसे बार बार सुनो |
वह स्वतः ही याद हो जाएगा |
और अपने आप वह आप किसी को भी बोल कर सुना सकते हैं |
या लिख सकते हैं |
ऐसी ही सब में करो |
रिकॉर्ड करो और सुनो उसको जो याद करना है |
फिर देखो कितने जल्दी याद होता है |
किताब से पड़कर कभी भी उस तरह याद नहीं होगा |
और फिर बार-बार रिकॉर्ड करने और सुनने से आप को किसी के सामने कोई विषय प्रस्तुत करने मैं भी कोई कठिनाई नहीं होगी |
और आप उस विषय पर आसानी से किसी को समझा सकते हैं |
और आपकी आवाज़ की क्वालिटी भी निखरती जायेगी |
इसलिए पहले के लोग लिख कर नहीं सुनकर किसी को याद करते थे |



 
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2 टिप्पणियाँ:

Dr. Yogendra Pal ने कहा…

मैं आपकी बात से आंशिक रूप से सहमत हूँ,

कारण यदि रुचिकर बात ना सुनी जाए तो नींद आने लगती है, बोरियत होने लगती है|

याद कैसे रखा जाए इस विषय में मैंने विस्तार में लिखा है यहाँ देखिये

मुझे बहुत जल्दी है

Brahmachari Prahladanand ने कहा…

जैसे की आपने अपने ब्लॉग सोते समय मन में दोहराने की बात कही |
यह वही है |
बस इसे अपने मन में नहीं दुहराना है, इसे बस सुनना भी नहीं है |
बस जो भी है उसे रिकॉर्ड करके और कान में लगा कर कई बार चला लेना है |
भले आप सुनो न सुनो, भले आप का ध्यान कहीं और रहे |
और उसे बस बजाते रहिये |
और एक दिन वही आपके मुँह से अपने आप निकलेगा और आप उसे लिख सकते हैं |
फिर वह जिन्दगी भर भी नहीं भूलेगा |
जब भी उसका जिक्र होगा वह खुद-व-खुद निकल आएगा |
और इसमें कोई तनाव भी नहीं होगा |
की याद करना है |
जैसे हम गाना सुनते हैं उसी तरह गाने की जगह आप अपनी आवाज़ में अपना मेटर रिकॉर्ड करके उसे सुनिए |
और ध्यान मत दीजिये की याद हो रह की नहीं बस उसे बजने दीजिए |
नींद आती है तो आने दीजिये और गहरी नींद आने पर उसे बंद कर सो जाइए |
और बोरियत होती है होने दीजिये |
थोडा-थोडा रिकॉर्ड कर सुनिए |
और फिर बड़ा-बाद रिकॉर्ड कर सुनिए |
धीरे-धीरे आपकी आवाज़ आपको अच्छी लगने लगेगी |
और रिकॉर्ड करने से एक फायदा यह भी है की जिस मेटर को आप सब के सामने नहीं पड़ सकते वह जिझक दूर हो जायेगी |
क्यूंकि आप फिर अपनी आवाज़ को और सुंदर रिकॉर्ड करोगे |
और किसी भी विषय को मौखिक और लौखिक रूप में प्रकट कर सकोगे |
और अपने को भी बढ़िया लगेगा |

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