हम से जो बेवफाई कर ली,
अब न करना किसी और से,
सोच लेना, मिले जो थोड़ी फुरसत,
करना अब सफाई से,
हर कोई यूँ, मजबूर नहीं होता,
जिन्दगी में मशगूल नहीं होता,
वक्त देगा तुझे, तेरे लिए,
तू बन्जा बस उसके लिए,
है फ़साना ये, हर गरीब का,
नहीं नसीब होता, उसे अपना प्यार,
एक तो फुरसत नहीं दुनिया से,
एक दुनिया नहीं उसे करने देती इज़हार,
मौका दे, दस्तूर तो दे,
तू उसे कुछ अपना, सुरूर तो दे,
देख जिन्दगी तेरी सवंर जायेगी,
जब तू उसको मिल जायेगी,
अब न करना किसी और से,
सोच लेना, मिले जो थोड़ी फुरसत,
करना अब सफाई से,
हर कोई यूँ, मजबूर नहीं होता,
जिन्दगी में मशगूल नहीं होता,
वक्त देगा तुझे, तेरे लिए,
तू बन्जा बस उसके लिए,
है फ़साना ये, हर गरीब का,
नहीं नसीब होता, उसे अपना प्यार,
एक तो फुरसत नहीं दुनिया से,
एक दुनिया नहीं उसे करने देती इज़हार,
मौका दे, दस्तूर तो दे,
तू उसे कुछ अपना, सुरूर तो दे,
देख जिन्दगी तेरी सवंर जायेगी,
जब तू उसको मिल जायेगी,
2 टिप्पणियाँ:
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति
bahut pyari prastuti.
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Thanks for your valuable comment.