हमको पता था जिन्दगी के फसाद का |
पहले ही तैयार था, तरीका निजाद का || 1 ||
पहले ही तैयार था, तरीका निजाद का || 1 ||
मुश्किलों से न भागना कभी |
मकसद न बदलना कभी |
रास्ता न छोड़ना कभी |
मंजिलें मिल जाती हैं सभी || 2 ||
मकसद न बदलना कभी |
रास्ता न छोड़ना कभी |
मंजिलें मिल जाती हैं सभी || 2 ||
हर समंदर का साहिल नहीं होता |
हर गंवार जाहिल नहीं होता |
हर इंसान काहिल नहीं होता |
हर मामा माहिल नहीं होता || 3 ||
हर गंवार जाहिल नहीं होता |
हर इंसान काहिल नहीं होता |
हर मामा माहिल नहीं होता || 3 ||
दुनिया की बातें, होती हैं सच्ची, भले ही वह, क्यूँ न लगें अच्छी |
चोट कर जाती हैं, आदमी को बदल जाती हैं, भले ही वह, क्यूँ न लगें अच्छी || 4 ||
चोट कर जाती हैं, आदमी को बदल जाती हैं, भले ही वह, क्यूँ न लगें अच्छी || 4 ||
खुशवार, हो जाती है, जिन्दगी थोड़े-से प्यार से |
दुशवार, हो जाती है, जिन्दगी थोड़ी-सी तकरार से |
गर बात समझ लो इतनी सी |
तो खुशियों से भर जाती है जिन्दगी || 5 ||
दुशवार, हो जाती है, जिन्दगी थोड़ी-सी तकरार से |
गर बात समझ लो इतनी सी |
तो खुशियों से भर जाती है जिन्दगी || 5 ||
रास्ता पता नहीं तो किसी को बताया मत करो |
गलत रास्ता बता कर किसी को भटकाया मत करो |
रास्ते जिन्दगी के एक न एक दिन मिल ही जाते हैं |
पर रास्ते रूहानी के भटक गये तो बस भटक ही जाते हैं || 6 ||
------- बेतखल्लुस
गलत रास्ता बता कर किसी को भटकाया मत करो |
रास्ते जिन्दगी के एक न एक दिन मिल ही जाते हैं |
पर रास्ते रूहानी के भटक गये तो बस भटक ही जाते हैं || 6 ||
------- बेतखल्लुस
.
1 टिप्पणियाँ:
रास्ता पता नहीं तो किसी को बताया मत करो |
गलत रास्ता बता कर किसी को भटकाया मत करो |
रास्ते जिन्दगी के एक न एक दिन मिल ही जाते हैं |
पर रास्ते रूहानी के भटक गये तो बस भटक ही जाते हैं || ६
खूब कहा आपने सार्थक भावाभिव्यक्ति.बधाई
एक टिप्पणी भेजें
Thanks for your valuable comment.